डॉ0 ग्रियर्सन वाक्य
उच्चारण: [ do0 gariyersen ]
उदाहरण वाक्य
- डॉ0 ग्रियर्सन ने इस रचना के सम्बन्ध में लिखा है-
- इस व्याकरण का विवरण सर्वप्रथम डॉ0 ग्रियर्सन ने प्रस्तुत किया ः-
- नीचे बोलियों के विवरण में आधार डॉ0 ग्रियर्सन का ‘भारत भाषा सर्वेक्षण ' (संकेत चिह्न = ग्रि0)
- भारतीय भाषाओं एवं साहित्य के अध्ययन की दृष्टि से विदेशी विद्वानो में डॉ0 ग्रियर्सन का नाम सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।
- डॉ0 ग्रियर्सन ने जार्ज हेडले के इस व्याकरण से हिन्दी व्याकरण परम्परा में एक नवीन युग का आरम्भ माना है।
- डॉ0 ग्रियर्सन ने अनुमान के आधार पर इसका रचनाकाल सन् 1715 माना है किन्तु वास्तव में इसका रचनाकाल सन् 1698 के पूर्व का है।
- डॉ0 ग्रियर्सन ने भारतीय भाषाओं को अंतरंग ओर बहिरंग इन दो श्रेणियों में विभक्त किया है जिसमें बहिरंग के अंतर्गत उन्होंने तीन प्रधान शाखाएँ स्वीकार की हैं-
- डॉ0 ग्रियर्सन ने भारतीय भाषाओं को अन्तरंग ओर बहिरंग इन दो श्रेणियों में विभक्त किया है जिसमें बहिरंग के अन्तर्गत उन्होंने तीन प्रधान शाखाएँ स्वीकार की हैं-
- डॉ0 ग्रियर्सन ने भारतीय भाषाओं को अंतरंग ओर बहिरंग इन दो श्रेणियों में विभक्त किया है जिसमें बहिरंग के अंतर्गत उन्होंने तीन प्रधान शाखाएँ स्वीकार की हैं-
- जिसे डॉ0 ग्रियर्सन ने स्टैंडर्ड भोजपुरी कहा है वह प्रधानतया बिहार राज्य के आरा जिला और उत्तर प्रदेश के बलिया, गाजीपुर जिले के पूर्वी भाग और घाघरा (सरयू) एवं गंडक के दोआब में बोली जाती है।
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